मोहन माला का अर्थ
[ mohen maalaa ]
मोहन माला उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- होली न खेलब सैंया तले सैंया के मोहन माला हो हमरो चटकील ,
- बिन पिए होली को खेलें , मत मारो मोहन पिचकारी , मेरे रंगीलों देवर घर आ रौ छ , ये उभरा जोवन थमता ना , जेठानी तुमरो देवर हमसे ना बोले , पटव्वा मेरों मीत मोहन माला दे गयो , कर लो अपनो ब्याह ओ देवर हमरो भरोसो जनि करियो आदि होलियों के स्वर मदमस्त किए हुए है।
- फगुनवा आयल रे दैया , एक तो उमरिया के बारी रे -पियवा परदेश, रहि-रहि के मारत कटारी , जिया बौराइल रे दैया फगुनवा आयल रे दैया , मारे श्रृंगार हार-रंग रोरी , सजनी सोहाइल मोको मंगल होरी , गले डाले रुमाल-गले डाले रुमाल- होली न खेलब सैंया तले सैंया के मोहन माला हो हमरो चटकील , दूनौ के बनिहय गुदरिया, सुमिरब दिनरात -सुमिरब दिनरात - होली न खेलब सैंया तले ।